हमारे घर से प्रतीक का करीब 108 प्रतियोगियों के मध्य अव्वल आना,निश्चित तौर पर हमारे परिवार के लिए गौरव का विषय है । इसके मूल में हम गौर करें तो एक ही बात स्प्ष्ट होती है, “नेमा दर्पण की प्रतियोगिताओ का प्रस्तुतिकरण एवम आकर्षण”

मुख्यतः आज के परिवेश में युवाओं के “जिज्ञासु-मन” मे मानस के प्रति रुचि जगाना, सहज नहीँ है, यह करतब आप सृजन-शिल्पी के सामुहिक प्रयास का ही सफल परिणाम है । हम प्रणाम करते है ,गजानन सी सूक्ष्म दृष्टि धारित दर्पण के उन सभी शिल्पकारो को, जो टूटे हुए पाषाण में भी किसी स्वरूप को ढूंढ़ लेते है,

आप सभी की कुशलता की छैनी की चोट निरन्तर कभी न रुके, अब आपका सामाजिक दायित्व और भी व्यापक हो गया है । हम आप सभी को प्रणाम करते है । ईश्वर से विनय है.. सदा प्रत्येक प्रकल्प में आप सफल हों ।


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Praveen Nema

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