नेमा समाज के सशक्त संवाद मध्याम नेमा दर्पण की बुनियाद में भेट करने जा रहे है मानस प्रेमी,जिन पर रामजी की अनन्त कृपा है जबलपुर निवासी”नेमा दर्पण” के संचालक श्री प्रवीण नेमा जी से आप नेमा समाज मे 28 वर्षो से किसी विभिन्न पद पर अपनी सेवाएं निरंतर दे रहे है, वर्तमान में आप नेमा युवक संघ के उपाध्यक्ष,मानस मण्डल,नेमा समाज जबलपुर में संस्थापक सदस्यों में से एक एवम पदेन सचिव,नेमा समाज पब्लिक चेरिटेबल ट्रस्ट में कार्यकारी सदस्य, के पदों का दायित्व निर्वहन कर रहे हैं।सभी कार्यक्रमों में आप की अग्रणी भूमिका बनी रहती है।यह नेमा समाज का पहला अवसर था जब महाकौशल के मानस मण्डलों का 2 दिवसीय मानस सम्मेलन, जबलपुर में आयोजित किया गया जिसमें आप का महत्वपूर्ण योगदान रहा। नेमा मानस मण्डल में आप की उपस्थिति और सुमधुर भजनों की प्रस्तुति आंनद दायक रहती है।
“नेमा दर्पण” में कार्य करने के अनुभव में आप ने बताया कि नेमा दर्पण में साहित्य लेखन आदि, सृजन शिल्पी विद्वानो के मध्य स्वयं की भूमिका की धन्य मानता हूँ। आप के सहयोग और प्रेरणा से नेमा दर्पण एवम मानस मण्ड़ल ने संयुक्त रूप से अनेक आध्यात्मिक प्रतियोगिता को आयोजित किया है।
जबलपुर में 17 नवम्बर 1968 को जन्मे श्री प्रवीण नेमा के पिता स्व श्री रामनारायण नेमा शिक्षक थे।
आप ने अपनी एम काम की शिक्षा जबलपुर से ही पूर्ण कर भारतीय जीवन बीमा निगम में विगत 30 वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहे है।
आप नेमा समाज के सामाजिक बंधुओ को नेमा दर्पण के माध्यम से कहना चाहते है कि “प्राप्त मानव जीवन की अवधि में कुछ समय समाज के लिए अवश्य निकाला जाए, अन्यथा प्राणियों में प्राप्त श्रेष्ठ मानव जीवन निरर्थक है, स्व जीवन जीना मात्र स्वार्थ है, अतः थोड़ा परमार्थ होना आवश्यक है।”
“नेमा दर्पण” जो सशक्त संवाद माध्यम के रूप में स्थापित हुआ है उसमें श्री प्रवीण नेमा जी का विशेष योगदान है इस अवसर पर “नेमा दर्पण” परिवार आप का आत्मीय अभिनंदन करते हुए उज्ज्वल भविष्य की मंगल कामना करता है।